देहरादून। उत्तराखण्ड पत्रकार महासंघ ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर पत्रकारिता गौरव सम्मान का आयोजन किया जिसमें सात पत्रकारों को पत्रकार गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री वंशीधर तिवारी,महानिदेशक सूचना थे उन्होंने कहा कि सरकार मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में सभी पत्रकारों के हितों को संरक्षित रखने, सुरक्षित रखने, संवर्धित रखने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
आज आईआरडीटी प्रेक्षागृह सर्वे चौक में पत्रकार महासंघ के पत्रकारिता गौरव सम्मान समारोह का आयोजन दीप प्रज्जवलन के साथ आरम्भ हुआ। तत्पश्चात कु- सृष्टि सेमवाल व टीना वैश्य ने सरस्वती वंदना का सुंदर गायन किया। मुख्य अतिथि वंशीधर तिवारी, महानिदेशक सूचना ने अपने उदबोधन में कहा कि समय के साथ आज हिन्दी पत्रकारिता का स्वरूप बदल गया है आज जन कल्याण की भावनाओं को लेकर पत्रकारिता होनी चाहिए, व्यवस्थाओं की कमियों को लेकर पत्रकारिता होनी चाहिए। पहले शिक्षा का आंदोलन भी राष्ट्रवाद व गौरव का था लेकिन शिक्षा का स्वरूप भी आज व्यवसायिक हो गया है। समय के साथ बदलाव जरूरी है। आज पत्रकारिता में भाषाई प्रदूषण हो रहा है। भाषा को लेकर प्रशिक्षण की जरूरत है, इंग्लिश का मिश्रण हो रहा है। आज हिन्दी को बचाने की भी जिम्मेदारी हम सभी के ऊपर है। उन्होंने कहा कि सरकार मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में सभी पत्रकारों के हितों को संरक्षित रखने, सुरक्षित रखने, संवर्धित करने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
विशिष्ट अतिथि डॉ- देवेन्द्र भसीन,वरिष्ठ पत्रकार एवं पूर्व प्रचार्य डी-ए-वी- पीजी कालेज ने अपने उद्बोधन में कहा कि आजादी से पहले पत्रकारिता मिशन था आजादी के बाद मिशन से प्रोफेशन बन गया। मूल्य आधारित पत्रकारिता में गिरावट आयी है। बड़े अखबारों के संपादकों को लेखन की स्वतंत्रता नही है, क्योंकि व्यवसायिकता हावी हो चुकी है। डिजीटल मीडिया को लेकर उन्होंने कहा कि स्पीड डिजीटल मीडिया में खबरों को लेकर जल्दबाजी है, टी-आर-पी- के चक्कर में खबरों को मिर्च मसाला लगाकर परोसा जा रहा है, जबकि समाचार की सटीकता पर ध्यान नही दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रकार को पक्षधर होना चाहिए सच्चाई का, मानवता का और देशहित का।
विशिष्ट अतिथि डा0 नीरज खत्री, आई-एम-एस- यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता विभाग के डीन ने कहा कि आज के दौर में लोग समाचार मोबाइल में पढ़ रहे है, टी वी में पढ़ रहे है और कोई इंस्टाग्राम में पढ़ रहे हैं कोई पढ ही नही रहे इसको हमें समझना होगा तभी पत्रकारिता का जो मूलभूत आधार है उसको हम बचाये रख सकते है अन्यथा पत्रकारिता कहीं गुम हो जायेगी और हम कहीं उस पर परिचर्चा करेंगे।
डॉ- वी-डी- शर्मा, सदस्य पत्रकार कल्याण कोष व वरिष्ठ पत्रकार ने अपने उद्बोधन में कहा कि पत्रकारिता पहले मिशन थी आज व्यवसाय है। आज के दौर में चुनौती विश्वसनीयता की है, गैर पत्रकारिता के लोग इस क्षेत्र में आ रहे है जिस कारण सोच व्यवसायिकता में बदल गयी है। पत्रकारिता में आने के लिए शिक्षा के मापदंड होने चाहिए, जिससे पढ़े लिखे लोग ही इस पेशे में आये जिससे पत्रकारिता की शुचिता बनी रहेगी। कार्यक्रम में सुशील चमोली,प्रदेश प्रभारी, पत्रकार महासंघ, बीना उपाध्याय, प्रदेश उपाध्यक्ष, उत्तराखण्ड पत्रकार महासंघ,सुभाष कुमार, प्रदेश सचिव उत्तराखण्ड पत्रकार महासंघ, कृपाल सिंह बिष्ट, जिला महामंत्री ने अपने विचार प्रकट किये व सभी को पत्रकारिता दिवस की शुभकामनायें दी।
पत्रकार गौरव सम्मान से राकेश डोभाल, सम्पादकीय प्रभारी, राष्ट्रीय सहारा, रवि बी-एस- नेगी, वरिष्ठ संवाददाता, हिन्दुस्तान, भूपेन्द्र राणा, मुख्य संवाददाता, अमर उजाला, विकास गुसांई, वरिष्ठ संवाददाता, दैनिक जागरण, रविन्द्र नाथ कौशिक, वरिष्ठ पत्रकार, नरेश रोहिला, संपादक भारत नमन, बीना उपाध्याय, संपादक राष्ट्र संत व संवाददाता दून बुलेटिन को दिया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता निशीथ सकलानी, केंद्रीय अध्यक्ष, उत्तराखंड पत्रकार महासंघ ने की। उन्होंने कहा कि पत्रकार महासंघ हर साथ पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों को सम्मानित करता है इसके साथ ही उन्होंने कार्यक्रम में आये सभी पत्रकार बंधुओं व अतिथियों का आभार व्यक्त किया व सभी को पत्रकारिता दिवस की शुभकामनायें दी।
कार्यक्रम का संचालन मंजू त्रिपाठी व नरेश रोहिला द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। कार्यक्रम मे पत्रकार महासंघ के कैलाश सेमवाल, जिलाध्यक्ष, दीपक गुंसाई, कोषाध्यक्ष, टीना वैश्य, राजेश बहुगुणा, राजीव मैथ्यू,पूर्व जिलाध्यक्ष, राकेश शर्मा, राकेश भट्ट, राजेन्द्र सिंह सिराडी, जितेन्द्र राजौरी व मंजू शर्मा, सरिता अग्रवाल, आयुषी उपाध्याय, मानसी शर्मा सहित कई लोग उपस्थित रहे।